ईवीएम के खिलाफ दुष्प्रचार कर जनता को भड़काने में जुटे सैयद शुजा के खिलाफ मुंबई में एक और FIR दर्ज कराई गई है. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) से छेड़छाड़ के झूठे दावे करने, गलत जानकारी फैलाने, या ऐसे मामलों को सनसनीखेज बनाने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. कानून के अनुसार यह गंभीर अपराध है.
इससे पहले भी चुनाव आयोग ने सैयद शुजा के खिलाफ FIR दर्ज की थी, जो कथित रूप से किसी अन्य देश में छिपा हुआ है. इस मामले को आगे बढ़ाने के लिए संबंधित अधिकारियों को पत्र भी लिखे गए हैं. हाल ही में मुंबई में उसी व्यक्ति के खिलाफ फिर से FIR दर्ज की गई है.
दिल्ली और मुंबई पुलिस इस मामले की सक्रियता से जांच कर रही हैं और ऐसे किसी भी व्यक्ति की पहचान करने और गिरफ्तार करने के लिए आवश्यक कदम उठा रही हैं, जो भारत में रहकर ऐसे व्यक्तियों के संपर्क में हैं या इन दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में लिप्त हैं. चुनाव आयोग ने साफ किया कि इस तरह की गतिविधियां गंभीर अपराध हैं और इसमें शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा.
वायरल वीडियो पर EC ने लिया संज्ञान
EC ने सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए यह FIR दर्ज कराई है. इस वायरल वीडियो में सैयद शुजा आजतक के ही दो अंडरकवर पत्रकारों से बात कर रहा है. इसे शेयर करते हुए महाराष्ट्र के कुछ राजनीतिक नेताओं सहित कई लोगों ने ईवीएम की कार्यप्रणाली पर संदेह जताया है. यह वीडियो आजतक की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन स्टोरी का हिस्सा है, जहां आजतक रिपोर्टर्स ने खुद को एमवीए गठबंधन पार्टी के एक वरिष्ठ सांसद के लिए काम करने वाले गुप्त अधिकारियों के रूप में पेश किया है. सांसद से अमेरिका स्थित स्वघोषित हैकर सैयद शुजा ने संपर्क किया था, जिसने अमेरिकी रक्षा प्रौद्योगिकी का उपयोग करके ईवीएमएस को हैक करने और अपने पक्ष में परिणाम प्राप्त करने का दावा किया था और इसके लिए 54 करोड़ रुपये की मांग की थी.
आजतक ने किया था सैयद शुजा को एक्सपोज
आजतक के रिपोर्टर्स ने एक स्टिंग ऑपरेशन में सैयद शुजा के लिए वीडियो रिकॉर्ड किया और कहानी 14 नवंबर को प्रसारित की गई थी. कहानी का शीर्षक था, ’53 करोड़ दो और 63 सीटों की EVMs हैक कर देंगे…’, महाराष्ट्र चुनाव में MVA सांसद को हैकर का ऑफर
यही वीडियो तब इंडिया टुडे ग्रुप के मुंबई तक चैनल पर भी प्रकाशित हुआ था और अब वायरल हो रहा वीडियो मुंबई तक चैनल द्वारा पोस्ट किया गया है. सीईओ महाराष्ट्र ने अब इस संबंध में एक बयान जारी किया है.
ईवीएम को लेकर झूठा दावा
इस बयान में महाराष्ट्र के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि कुछ सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा एक वीडियो साझा किया गया था जहां सैयज शुजा नाम का व्यक्ति महाराष्ट्र चुनावों में ईवीएम फ्रिक्वेंसी के जरिए ईवीएम को हैक करने और छेड़छाड़ करने के झूठे, निराधार दावे कर रहा है.
सीईओ महाराष्ट्र से शिकायत मिलने के बाद मुंबई साइबर पुलिस ने इस वीडियो में दिख रहे व्यक्ति के खिलाफ 30 नवंबर की रात साइबर पुलिस स्टेशन, दक्षिण, मुंबई में एफआईआर संख्या 0146/2024 दर्ज की. यह अपराध भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 के 318/4 के साथ-साथ आईटी अधिनियम, 2000 के खंड 43 (जी) और खंड 66 (डी) के तहत दर्ज किया गया है.
‘ईवीएम टैम्परप्रूफ़ हैं’
चुनाव आयोग का कहना है कि EVM एक स्टैंडअलोन मशीन है जिसे किसी भी व्यक्ति द्वारा वाई-फाई या ब्लूटूथ सहित किसी भी नेटवर्क से कनेक्ट नहीं किया जा सकता है. इसलिए ईवीएम से छेड़छाड़ का सवाल ही नहीं उठता. ईवीएम पूरी तरह से छेड़छाड़-रोधी हैं. सुप्रीम कोर्ट ने भी कई अवसरों पर ईवीएम पर अपना विश्वास जताया है. भारत निर्वाचन आयोग ने ईवीएम पर किसी भी संदेह और मिथक को दूर करने के लिए पहले ही अपनी वेबसाइट पर विस्तृत एफएक्यू प्रकाशित कर दिया है.
झूठे दावों वाली ऐसी ही एक घटना में चुनाव आयोग के निर्देश पर 2019 में दिल्ली में उसी व्यक्ति (सैयद शुजा) के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी जो किसी दूसरे देश में छिपा हुआ है. भारत निर्वाचन आयोग के सूत्रों ने कहा कि ईवीएम के बारे में गलत जानकारी फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.