अपराधी पर रखा 25 पैसे का इनाम, वायरल होने पर पुलिस ने बताई इसकी वजह

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November 17, 2024
अपराधी पर रखा 25 पैसे का इनाम, वायरल होने पर पुलिस ने बताई इसकी वजह


25 पैसे की आज के जमाने में क्या अहमियत है? शायद कुछ नहीं. लेकिन अगर ये रकम किसी खतरनाक अपराधी को पकड़ने के इनाम के तौर पर रख दी जाए तो? राजस्थान में ऐसा ही हैरान कर देने वाला वाकया सामने आया. यहां पुलिस ने एक अपराधी को पकड़ने के लिए इनाम के तौर पर चवन्नी (25 पैसे) की घोषणा की और इसे सोशल मीडिया पर ऑफिशियल तौर पर पोस्ट भी किया.

पुलिस ने सोशल मीडिया पर किया अनोखा एलान
यह मामला राजस्थान के भरतपुर जिले का है. यहां खूबीराम जाट नाम के एक आरोपी के खिलाफ पुलिस ने 25 पैसे का इनाम घोषित किया. खूबीराम पर भरतपुर के लखनपुर थाने में मारपीट, हत्या के प्रयास और अनुसूचित जाति/जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कई गंभीर मामले दर्ज हैं. पुलिस को उनकी गिरफ्तारी की जरूरत है, और इसी के लिए यह हैरान करने वाला वाला इनाम रखा गया है.

भरतपुर पुलिस ने खूबीराम जाट की गिरफ्तारी के लिए सोशल मीडिया पर 25 पैसे का इनाम घोषित करते हुए पोस्ट साझा की. पोस्ट में लिखा गया:

‘भरतपुर पुलिस अधीक्षक मृदुल ने मई के रहने वाले वांछित अपराधी खूबीराम जाट पर 25 पैसे का इनाम घोषित किया है. अपराधी के बारे में जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी.’ साथ ही 25 पैसे वाली बात हैशटैग के साथ लिखी.’

देखें पोस्ट

भरतपुर पुलिस के इस अनोखे इनाम की घोषणा के बाद सोशल मीडिया पर मजेदार कमेंट आना लाजमी था. यूजर्स ने इस पर खूब चुटकी ली. पार्थ कुलकर्णी ने ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के अमिताभ बच्चन को याद करते हुए उनकी मशहूर लाइन पोस्ट की,
‘इतनी बड़ी रकम का आप क्या करेंगे?’

 

सलिक खान नाम के एक यूजर ने इसे फिल्म शोले के डायलॉग से जोड़ते हुए लिखा,’अरे ओ सांभा, कितना इनाम रखा है सरकार हम पर? 25 पैसे, सरदार!’

 

भरतपुर पुलिस ने बताई असली वजह, SP ने किया खुलासा

लल्लनटॉप की रिपोर्ट के मुताबिक, भरतपुर पुलिस अधीक्षक (SP) मृदुल कच्छावा ने इस इनाम की असली वजह सामने रखी है. उन्होंने बताया कि 48 साल के खूबीराम पिछले 7-8 महीने से फरार है और उस पर कई संगीन आरोप लगे हुए हैं.SP मृदुल कच्छावा ने बताया, ’25 पैसे का इनाम रखने का मकसद आरोपी को अपमानित महसूस कराना है.
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, ऐसे मामलों में इनाम राशि शून्य रुपये से लेकर 25,000 रुपये तक हो सकती है. हालांकि, इनाम की अधिकतम सीमा तय है, लेकिन इस बार पुलिस ने न्यूनतम राशि रखकर अनोखा कदम उठाया.

तीन मामलों में फरार आरोपी

पुलिस रिकॉर्ड्स बताते हैं कि खूबीराम जाट के खिलाफ कुल तीन मामले दर्ज हैं. इनमें पहला मामला 1999 का है, दूसरा 2013 का, जबकि मौजूदा मुकदमा संख्या 99/204 है. यह मामला अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति के खिलाफ अत्याचार का है, और इसी में पुलिस को खूबीराम की तलाश है.