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J-K, हिमाचल, उत्तराखंड… हर तरफ 'बर्फभारी', दिसंबर में जनवरी जैसी सर्दी का सितम

J-K, हिमाचल, उत्तराखंड… हर तरफ 'बर्फभारी', दिसंबर में जनवरी जैसी सर्दी का सितम


दिसंबर महीने में ही जनवरी जैसी सर्दी का सितम जारी है. लेह से लेकर श्रीनगर तक पारा माइनस डिग्री तक गोता लगा चुका है, तो वहीं हिल स्टेशन शिमला से लेकर मनाली तक सर्दी का प्रचंड प्रहार जारी है. आखिर माइनस डिग्री वाली सर्दी से कोहराम क्यों मच गया है. हिमाचल प्रदेश से खबर आ रही है कि भारी बर्फबारी से सड़क यातायात प्रभावित हो गया है. 

हिमाचल में सड़कों पर लगा भारी जाम

हिमाचल प्रदेश में 223 स्टेट हाइवे, 177 सड़कें और 3 नेशनल हाइवे बंद हो गए हैं और कई इलाकों में बिजली और पानी सप्लाई ठप हो गई है. मंगलवार शाम को पर्यटकों की भीड़ के कारण कांगड़ा शहर में धर्मशाला रोड स्टेट हाइवे पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया. बड़ी संख्या में पर्यटकों की गाड़ियां कांगड़ा जिले के धर्मशाला और मैक्लोडगंज की ओर जा रही थीं जिसके चलते आज शाम कांगड़ा शहर में धर्मशाला रोड राजमार्ग पर ट्रैफिक जाम हो गया.

शहर अलग, इलाका अलग लेकिन बर्फ का कहर एक जैसा. कहीं पर सबकुछ जम चुका है तो कहीं पर सड़कों पर जमी बर्फ ने सैलानियों की गाड़ियां के पहियों पर ब्रेक लगा दिया. सीजन की दूसरी बर्फबारी ने ही मनाली को बर्फ की सफेद चादर से ढक दिया. एक तरफ देशभर से सैलानी मनाली पहुंच रहे हैं तो दूसरी तरफ सैलानियों की गाड़ियां बर्फबारी के चलते हाइवे पर फंसी हुई हैं. मौसम विभाग का कहना है कि आने वाले 72 घंटों तक मनाली में कुदरत का सफेद अटैक जारी रहेगा.

उत्तराखंड में भारी बर्फबारी

शिमला का हाल भी मनाली से जुदा नहीं है. बीते दिन सीजन की पहली बर्फबारी में ही शिमला की तस्वीर बदल गई. क्रिसमस और न्यू ईयर की छुट्टी मनाने पहुंचे सैलानी बर्फबारी का लुफ्त उठा रहे हैं. उत्तराखंड की बात करें तो बीते दिन बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री यानी चारों धामों में बर्फबारी शुरू हो गई. हर तरफ बर्फ ही बर्फ है. केदारनाथ धाम में बीते दिन से लगातार बर्फबारी जारी है. धाम में अभी तक एक फीट से ज्यादा बर्फ गिर चुकी है. 

स्थानीय प्रशासन का कहना है कि सैलानियों की सुविधा के लिए सड़कों से बर्फ हटाने का काम जारी है. उत्तरकाशी में बर्फबारी के बाद पारा जीरो डिग्री के नीचे लुढ़क चुका है. गंगोत्री नेशनल हाइवे ठप है. टिहरी में सीजन की पहली बर्फबारी हुई. पहली बर्फबारी ने ही टिहरी को ठिठुरने पर मजबूर कर दिया. वहीं कश्मीर पर कुदरत का शिकंजा कस चुका है और डल झील का पानी जमने लगा है.

मैदानी इलाकों में बढ़ी गलन

पहाड़ों पर बर्फबरी जारी है. कई इलाकों में पारा माइनस डिग्री के नीचे पहुंच गया है. वहीं पहाड़ों पर सर्दी का शिकंजा कसते ही मैदानी इलाकों में अचानक ठंड बढ़ गई है. दिल्ली से लेकर पटना तक, जयपुर से लेकर लखनऊ तक, सर्दी का सितम जारी है. ठंड दिसंबर में क्रिसमस और नए साल से पहले रिकॉर्ड तोड़ने वाली है. पहाड़ों पर इस वक्त बहुत बर्फबारी हो रही है और माइनस डिग्री का टॉर्चर जारी है. 

कश्मीर से लेकर उत्तराखंड तक और हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाके पूरी तरह से बर्फ में दब चुके हैं. इसी वजह से मैदानों में भी ठंड का जोर है. दिल्ली-एनसीआर से लेकर यूपी और हरियाणा से लेकर राजस्थान तक लोगों की हड्डियां कंपाने वाली ठंड पड़ रही है. मौसम विभाग की मानें तो अगले 48 घंटों में ठंड और भी प्रकोप दिखाएगी. 

अगर ये कहें तो गलत नहीं होगा कि ठंड ने दिल्ली की गठरी सी बना दी है. लोग रात में ठंड से बचने के लिए आसरा तलाश रहे हैं. ठंड से पूरा उत्तर भारत कांप रहा है. पूरे उत्तर भारत में शीतलहर अपना कहर बरपा रही है. जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में पहाड़ों पर इस कदर बर्फबारी हो रही है कि मैदानों में लोगों की ठंड से हालत खराब है. राजस्थान में अजमेर से लेकर जयपुर तक कुदरत ने लोगों पर कोल्ड अटैक किया है.

अभी और खराब होगा मौसम

यूपी के कई जिलों में हल्की बारिश हो रही है, जिससे ठिठुरन बढ़ गई है. वहीं शीतलहर के कारण लखनऊ समेत कई जिलों में गलन वाली सर्दी महसूस की जा रही है. नोएडा से ठंड से दुबके खड़े छात्रों और अलाव के सामने खड़े होकर सर्दी से बचते लोगों की तस्वीरें आ रही हैं. लखनऊ से लेकर अयोध्या तक, प्रयागराज से लेकर कानपुर तक और आगरा से लेकर पूरे पश्चिमी यूपी में कड़ाके की ठंड ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है या यूं कहें कि क्रिसमस पर ठंड ने जोरदार प्रहार कर दिया है.

मौसम विभाग की मानें तो 27 और 28 दिसंबर को, उत्तरी भारत के मैदानी इलाकों से लेकर, पहाड़ों पर मौसम और भी खराब हो सकता है. बारिश और ओलों के साथ, कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है.

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