उत्तर प्रदेश के कन्नौज जिला में जेल से रिहा होते ही शिवा नागर नाम का युवक खुशी से झूम उठा और जेल के गेट पर ही ब्रेक डांस करने लगा. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है. शिवा मादक पदार्थ मामले में पिछले 9 महीने से जेल में बंद था. उसकी रिहाई जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रयासों से बुधवार को हुई.
शिवा नागर छिबरामऊ का निवासी है, जिसे करीब 1 साल की सजा हुई थी. आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण वह जुर्माना अदा नहीं कर पा रहा था, जिससे उसकी रिहाई टल रही थी. संविधान दिवस के मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव लवली जायसवाल और चीफ लीगल एड डिफेंस काउंसिल श्वेतांक अरुण तिवारी के प्रयासों से शिवा का अर्थदंड जमा कराया गया, जिससे वह जेल से बाहर आ सका.
रिहाई के बाद कारागार गेट के सामने युवक ने किया डांस
जेल के गेट पर शिवा ने जैसे ही कदम रखा, उसने खुशी में डांस करना शुरू कर दिया. जेल के बाहर मौजूद पुलिसकर्मी और अधिवक्ता शिवा के इस अंदाज को देखकर हैरान रह गए. लोगों ने ताली बजाकर उसका उत्साहवर्धन किया और भविष्य में बेहतर जीवन जीने की सलाह दी.
इस मामले में एक अन्य कैदी अंशू गिहार को भी प्राधिकरण के प्रयासों से रिहाई मिली. अंशू की जमानत एक महीने पहले हो चुकी थी, लेकिन उसे लेने कोई नहीं आया था. प्राधिकरण ने इस मामले को गंभीरता से लिया और न्यायालय से दोनों कैदियों की रिहाई सुनिश्चित कराई. कन्नौज जिला कारागार में ऐसे दो कैदी बंद थे जिनकी पैरवी करने वाला कोई नहीं था.
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की कोशिश से हुई रिहाई
इनमें से एक अनाथ था तो दूसरे के माता-पिता की आर्थिक स्थिति बहुत खराब थी. जिसकी वजह वो जुर्माना नहीं भर पा रहे थे. प्राधिकरण की सचिव लवली जायसवाल ने स्वयंसेवी संस्था की कोशिशों के सहयोग से उसका अर्थदंड जमा कराया, जिससे वह रिहा हो सका.
ब्रेक डांस का वीडियो सोशल मीडिया पर हुआ वायरल
वहीं दूसरे मामले में बंदी अंशू गिहार, जिसकी जमानत एक माह पहले हो चुकी थी पर कोई जमानत लेने नहीं आया था. प्राधिकरण सचिव ने सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का हवाला देकर न्यायालय से इन बंदियों को रिहा कराया. बता दें, रिहाई के बाद शिवा नागर ने कारागार गेट के सामने खुशी से ब्रेक डांस किया. जो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है.