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भारत के लिए पन्नू Most Wanted, अमेरिका के लिए विकास यादव… आतंकवाद पर US का दोहरा रवैया?

भारत के लिए पन्नू Most Wanted, अमेरिका के लिए विकास यादव… आतंकवाद पर US का दोहरा रवैया?


अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की असफल साजिश रचने के आरोप में RAW के एक पूर्व अधिकारी को मोस्ट वांटेड घोषित किया है. ये वही पन्नू है, जो भारत के लिए मोस्ट वांटेड है. दरअसल, अमेरिका का असली चरित्र ऐसा है, जिसके तहत वो दूसरे देशों के आतंकवादियों को अपना नागरिक बताकर उन्हें सुरक्षा देता है और अपने आतंकियों की दूसरे देशों में घुसकर हत्या कर देता है और ये कहता है कि उसने पाकिस्तान, ईराक, सीरिया, यमन, ईरान और लेबनान में घुसकर मानवता के दुश्मनों को खत्म कर दिया है, लेकिन दूसरे देशों से अमेरिका ये कहता है कि वो उसके नागरिक को आतंकवादी नहीं मान सकते और भारत के साथ भी अमेरिका आज यही कर रहा है.

अमेरिका की सुरक्षा एजेंसी FBI ने भारत की खुफिया एजेंसी RAW के एक पूर्व अधिकारी को MOST WANTED घोषित करते हुए उन्हें खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश के मामले में मुख्य साज़िशकर्ता बताया है और एक पोस्टर जारी किया है, इस पर सबसे ऊपर लिखा है, WANTED BY THE FBI, यानी FBI को इस व्यक्ति की तलाश है.

FBI ने RAW के इस पूर्व अधिकारी का नाम विकास यादव और इसका CODE-NAME अमानत बताया है, इसमें विकास यादव की कुल 3 तस्वीरें लगाई गई हैं, जिनमें एक तस्वीर में वो सेना की वर्दी में नज़र आ रहे हैं, और इस पोस्टर के मुताबिक विकास यादव हरियाणा के रेवाड़ी ज़िले के रहने वाले हैं और उनकी उम्र 39 वर्ष है. इसमें ये भी लिखा है कि विकास यादव ही वो शख्स हैं, जिन्होंने ”अमेरिका” की जमीन पर उसके एक भारतीय मूल के वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता की हत्या कराने की साजिश रची थी.

अमेरिका ने पन्नू को वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता बताया

अमेरिका ने इसमें खालिस्तानी समर्थक पन्नू का नाम नहीं लिखा है और उसे एक वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता बताकर ये बताने की कोशिश की है कि वो उसका एक सीधा-साधा नागरिक है, जबकि ये वही गुरपतवंत सिंह पन्नू है, जिसे भारत ने आतंकवादी घोषित किया हुआ है. ऐसे में FBI से सवाल है कि अगर वो RAW के एक पूर्व अधिकारी का नाम लिखकर और उनकी तस्वीरें लगाकर उन्हें MOST WANTED घोषित कर सकता है, तो वो इसमें खालिस्तानी समर्थक पन्नू का नाम क्यों नहीं लिख सकता?

विकास यादव पर लगाए गए 2 बड़े आरोप

पोस्टर में विकास यादव पर दो बड़े आरोप लगाए गए हैं, जिनमें पहला ”आरोप” ये है कि उन्होंने पन्नू की हत्या की साजिश रची और इसके लिए पन्नू से जुड़ी सभी जानकारियां उस व्यक्ति को भेजीं, जिसने उसकी हत्या के लिए एक शूटर को हायर किया था और दूसरा आरोप ये है कि इस साजिश के लिए उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग का भी अपराध किया और शूटर को कैश में 15 हज़ार डॉलर पहुंचाने के लिए गैर कानूनी तरीके अपनाए. इसी पोस्टर में ये भी लिखा है कि न्यूयॉर्क की एक कोर्ट ने विकास यादव के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट जारी किया है और उसी के आधार पर अब विकास यादव FBI के लिए MOST WANTED है. 

न्यूयॉर्क की कोर्ट ने जारी की 18 पन्नों की रिपोर्ट

न्यूयॉर्क की एक अदालत ने 18 पन्नों की एक रिपोर्ट जारी की थी, इसमें विकास यादव के खिलाफ अऱेस्ट वारंट जारी हुआ है. इसमें लिखा है कि विकास यादव भारत के अर्द्धसैनिक बल CRPF में असिस्टेंट कमांडेंट थे और बाद में वो भारत की खुफिया एजेंसी RAW में सीनियर फील्ड ऑफिसर के पद पर नियुक्त हुए थे और न्यूयॉर्क की अदालत कहती है कि इस मामले की जांच में अमेरिका की सुरक्षा एजेंसियों को चार कड़ियों के बारे में पता चला. जिनमें मुख्य साजिशकर्ता विकास यादव थे, जो पन्नू की हत्या के लिए निखिल गुप्ता के साथ सम्पर्क में थे और ये वही निखिल गुप्ता हैं, जो अभी ‘अमेरिका’ की जेल में बंद हैं.

क्या लिखा है इस रिपोर्ट में?

निखिल गुप्ता ने पन्नू की हत्या के लिए एक मीडिएटर को हायर किया था और ये मीडिएटर, शूटर से बात कर रहा था. CIA का कहना है कि ये मीडिएटर और शूटर कोई और नहीं बल्कि, उसी के एजेंट्स थे, जिनमें एक कॉन्फिडेंशियल सोर्स था और दूसरा अंडर कवर ऑफिसर था. गौर करने वाली बात ये है कि न्यूयॉर्क की कोर्ट ने भी अपनी रिपोर्ट में बिना ‘पन्नू’ का नाम लिखे ये बताया है कि वो भारत सरकार का एक आलोचक है, जो पंजाब को भारत से अलग करके एक खालिस्तान देश बनाने की मांग करता है और भारत सरकार ने इसे और इसकी संस्था पर प्रतिबंध लगाया हुआ है. 

ऐसे समझें अमेरिका का असली चरित्र

इससे आप अमेरिका के असली चरित्र को समझ सकते हैं. अमेरिका, उन आतंकवादियों को बचाता है, जिन्हें उसके या उसके सहयोगी देशों में शरण मिली हुई है, लेकिन जिन आतंकवादियों को उसकी एजेंसियां आतंकवादी मानती हैं, उन्हें अमेरिका दूसरे देशों में घुसकर जान से मार देता है. जैसे, पाकिस्तान में ओसामा बिन लादेन, काबुल में अलकायदा के चीफ अयमान अल-जवाहिरी, बगदाद में ईरान के मेजर जनरल कासिम सुलेमानी और यमन में आतंकवादी अनवर-अल-अवलाकी और ऐसे ना जाने कितने लोगों को अमेरिका की सेनाओं ने दूसरे देशों में घुसकर मारा है और बड़ी बात ये है कि इन आतंकवादियों के खिलाफ ऑपरेशन में हजारों निर्दोष लोग भी मारे गए, लेकिन अमेरिका इन पर चुप रहा. आज जब भारत के खालिस्तानी आतंकवादी पन्नू की अमेरिका में हत्या की कोशिश होती है तो अमेरिका इस मामले को अपनी सुरक्षा से जोड़ देता है और भारत के RAW के एक पूर्व अधिकारी को MOST WANTED घोषित कर दिया है, जबकि भारत सरकार के विदेश मंत्रालय ने कहा कि विकास यादव बहुत पहले ही RAW को छोड़ चुका है और उसका सरकार से कोई संबंध नहीं है.

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